Agent Sai Srinivasa Athreya (2019) Movie|| Naveen Polishetty|Shruti Sharma||Full Movie Facts& Review

Agent Sai Srinivasa Athreya (2019) Movie|| Naveen Polishetty|Shruti Sharma||Full Movie Facts& Review

### कहानी का अगला मोड़:

साई श्रीनिवास अत्रेय, जो खुद को “एजेंट साई श्रीनिवास अत्रेय” कहता है, ने एक गंभीर षड्यंत्र में फंसने का एहसास किया।

#### प्रारंभिक सुराग और फंसने की साजिश:
अत्रेय को मारुति राव (जिसकी असली पहचान गोपालम है) द्वारा दी गई जानकारी, जैसे तीन फोन नंबर और उनकी बेटी दिव्या की मौत, एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा थी। वह यह समझता है कि यह षड्यंत्र उसे फंसाने और वेंकटचलम में मिली अज्ञात लाश के मामले से जोड़ने के लिए रचा गया था।

जब अत्रेय ने अजय और हर्षा के ओंगोल में होने की बात का पता लगाया, तो वे दोनों क्रूरता से मारे गए और उनकी हत्या का इल्ज़ाम अत्रेय पर लगा दिया गया।

### सच्चाई की खोज:
अत्रेय को यह एहसास हुआ कि मारुति राव/गोपालम ने उसे झूठे सुराग देकर हत्या के मामलों में फंसाने का प्रयास किया।
1. दिव्या की असली पहचान: जिस महिला को अत्रेय ने हाईवे पर देखा और जिसने उसे पहचानने से इंकार कर दिया, वह शायद दिव्या नहीं थी।
2. मारुति राव का असली मकसद: गोपालम ने अत्रेय को पुलिस के हाथों में फंसाने की योजना बनाई ताकि वह अपने असली अपराधों से बच सके।

### मुख्य संघर्ष:
अब अत्रेय को अपने नाम से लगे आरोपों को हटाने और सच्चाई को उजागर करने के लिए:
1. वेंकटचलम में मिली अज्ञात लाश और उसके साथ जुड़ी कड़ियों का पता लगाना होगा।
2. गोपालम के षड्यंत्र का पर्दाफाश करना होगा, जिससे यह साबित हो सके कि वह असली गुनहगार है।
3. अजय और हर्षा की हत्याओं के पीछे के असली कारणों को उजागर करना होगा।

### सवाल और उत्सुकता:
क्या अत्रेय अपनी बुद्धिमत्ता और जांच-पड़ताल के कौशल से इस साजिश को बेनकाब कर पाएगा? और क्या वह दिव्या के मामले की सच्चाई सामने ला पाएगा, या यह सब गोपालम की एक और चाल होगी?

यह कहानी अब एक रोमांचक और दिमाग को घुमा देने वाली सच्चाई की ओर बढ़ रही है। > Mamun Vai: ### कहानी का अगला अध्याय:

साई श्रीनिवास अत्रेय को जमानत मिलने के बाद भी उसके खिलाफ मौजूद सबूतों के कारण वह केवल पांच दिनों में अपनी बेगुनाही साबित कर सकता है। इस दौरान, उसकी जांच में नई कड़ियां जुड़ती हैं, जिससे एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश होता है।

### मुख्य घटनाएं:

1. अजय और हर्षा की जिज्ञासा:
अजय और हर्षा, जिन्होंने अत्रेय को वेंकटचलम में गिरफ्तार होते देखा था, उसकी जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे थे। यह उन्हें मौत के मुंह में ले गया।

2. नए सुराग:
एक पिता अपनी लापता बेटी वसुधा की शिकायत दर्ज कराता है, लेकिन वह भी मृत पाई जाती है। इस घटना के बाद अत्रेय पुलिस से परेशान होकर अपना गुस्सा जाहिर करता है, जिससे उसकी जमानत रद्द करने की बात उठती है।

3. बॉबी का परिचय:
अत्रेय एक आदमी, बॉबी, को पकड़ता है जो उसे पीछा कर रहा था। बॉबी खुद को एक शौकिया जासूस बताता है, जो हसन, कर्नाटक में अपना एफबीआई (फ्रेंड्स ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन) चलाता है। बॉबी को भी झूठी जानकारी दी गई थी कि अत्रेय असली हत्यारा है।

4. रेलवे ट्रैक की साजिश:
अत्रेय को पता चलता है कि काकीनाडा से ताडा के बीच के रेलवे ट्रैक पर कई शव फेंके गए हैं। रेलवे नियमों के अनुसार, यदि शव को 72 घंटे में कोई दावा नहीं करता, तो रेलवे प्राधिकरण उन्हें दाह संस्कार कर देता है।
– शवों को चेन्नई से दिल्ली जाने वाली मालगाड़ी में लोड किया जाता है।
– अत्रेय को पता चलता है कि शवों को अरम्बक्कम, तमिलनाडु में लोड किया जा रहा है।

5. गोपालम की सच्चाई:
अरम्बक्कम में, अत्रेय और उसकी टीम गोपालम को पकड़ते हैं। गोपालम बताता है कि:
– एक संगठन हिंदू परिवारों से यह कहकर शव लेता है कि वे उन्हें काशी में पवित्र रीति से दाह संस्कार करेंगे।
– इसके बदले पैसे वसूलते हैं और शवों को रेलवे ट्रैक पर फेंक देते हैं।
अत्रेय की मां का शव भी इसी साजिश का शिकार हुआ था, जिससे वह भावनात्मक रूप से टूट जाता है।

### षड्यंत्र का असली उद्देश्य:
अत्रेय को पता चलता है कि शवों के फिंगरप्रिंट चुराए जा रहे हैं ताकि:
– अपराधों में उनका उपयोग किया जा सके।
– चुनावों में हेरफेर किया जा सके।
बेतबल्लि अम्मन (एक धार्मिक एनजीओ) के ताबीजों को छुपाया जा सके, जो इन शवों पर थे। यह ताबीज शवों के पहचान को मिटाने और साजिश को ढकने के लिए हटा दिए जाते हैं।

### अंतिम संघर्ष:
1. साजिश का पर्दाफाश:
– अत्रेय और बॉबी इस साजिश के मास्टरमाइंड्स को पकड़ने की योजना बनाते हैं।
बेतबल्लि अम्मन एनजीओ और शवों के फिंगरप्रिंट चोरी करने वालों को उजागर करना है।

2. व्यक्तिगत संघर्ष:
– अत्रेय अपनी मां के साथ हुए अन्याय का बदला लेना चाहता है।
– वह सच्चाई को सामने लाकर निर्दोष साबित होने का प्रयास करता है।

### सवाल:
– क्या अत्रेय इन रहस्यमय हत्याओं और शवों की साजिश को उजागर कर पाएगा?
– क्या वह अपनी मां के साथ हुई घटना के लिए न्याय हासिल कर सकेगा?
– क्या बेतबल्लि अम्मन और इस साजिश के मास्टरमाइंड को बेनकाब किया जाएगा?

यह कहानी अब अपने चरमोत्कर्ष की ओर बढ़ रही है, जहां हर कदम पर नया रोमांच और खुलासा होगा।

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